Monitor Information in Hindi : कंप्यूटर के सिस्टम में हमारे सामने आने वाला हर एक चित्र इसी मॉनिटर स्क्रीन पर दिखाई देता है। मॉनिटर को कंप्यूटर सिस्टम का आउटपुट डिवाइस कहा जाता है। मॉनिटर के माध्यम से कंप्यूटर पर हो रही प्रक्रिया के आउटपुट हमे ग्राफिकल माध्यम से दिखाई देते है। चलिए आज मॉनिटर क्या है, मॉनिटर का इतिहास, मॉनिटर का इस्तेमाल, मॉनिटर के प्रकार और मॉनिटर की गुणविशेताओं के बारे में विस्तार से जानते है।
Monitor Information in Hindi (मॉनिटर क्या है?)
किसी भी कंप्यूटर सिस्टम में आउटपुट डिवाइस की तरह कार्य करने वाली स्क्रीन को मॉनिटर कहा जाता है। इस मॉनिटर के माध्यम से ग्राफिक्स के साथ शब्दों के स्वरूप में जानकारी दिखाई जाती है। मॉनिटर को व्हिडिओ डिस्प्ले टर्मिनल या फिर व्हिडिओ डिस्प्ले यूनिट इस नामों से भी जाना जाता है।
पुराने समय में इन मॉनिटर का आकर बहुत बड़ा होता था। उस समय के बड़े मॉनिटर को CRT मॉनिटर कहते थे। इस प्रकार के मॉनिटर ने आपको कैथोड रे ट्यूब के माध्यम से चित्र दिखाया जाता था। अब LCD और LED मॉनिटर के माध्यम से छोटे आकार के मॉनिटर मार्केट में उपलब्ध है।
मॉनिटर का इतिहास (History of Monitor)
1973 में सबसे पहले किसी कंप्यूटर के साथ CRT मॉनिटर का इस्तेमाल किया गया था। CRT मॉनिटर में कैथोड रे ट्यूब के अंदर से आ रही किरने स्क्रीन पर तस्वीर बनाती थी। CRT मॉनिटर me शुरुआती दिनों में कलर आउटपुट भी नहीं थे। बादमें इसमें सुधार आते हुए कलर आउटपुट दिखाई देने लगे।
इतिहास में बात करे तो 1964 में सबसे पहला कंप्यूटर मॉनिटर बनाया गया था। इससे पहले ही 1897 में कार्ल फार्डिनेंड ब्राउन नाम के साइंटिस्ट ने पहला मॉनिटर बनाया था। उसके बाद में 1965 में ही ए जॉनसन नाम के साइंटिस्ट ने टच स्क्रीन डिस्प्ले की खोज कर दी थी।
कंप्यूटर में पहली बार 1 मार्च 1973 में जेरॉक्स ऑल्टो ने पहला एक रंग के साथ आने वाला मोनोक्रोम मॉनिटर डिस्प्ले इस्तेमाल किया था। 1977 के साल में जेम्स मिशेल ने LED डिस्प्ले टेक्नोलॉजी की शुरुआत की थी। इसी साल CRT मॉनिटर में भी रंग भरना शुरू हुआ था।
1995 के आसपास LCD टेक्नोलॉजी की शुरुआत के साथ मोनोक्रोम LCD मॉनिटर मार्केट में आ गए थे। 1997 में इसमें IBM ने अगली स्टेप लेकर कलर LCD मॉनिटर बनाना शुरू किया था।
मॉनिटर का इस्तेमाल (Use of the Monitor)
कंप्यूटर सिस्टम से ग्राफिक्स और टेक्स्ट दोनों फॉर्मेट में आउटपुट दिखाने में मॉनिटर का इस्तेमाल किया जाता है। चलिए इसके बारे में और जानते है –
- मॉनिटर एक स्क्रीन है और इस स्क्रीन का इस्तेमाल ऑफिस के कार्य को करने में किया जाता है। आप मॉनिटर के बिना ऑफिस के कार्य कर नहीं सकते क्योंकि जो भी कार्य करना है उसे मॉनिटर पर ही देखा जा सकता है।
- अगर आपके कंप्यूटर में गेम्स है तो उन्हें खेलने में आपको मॉनिटर की आवश्यकता है। आपके गेम का गेमप्ले मॉनिटर पर ही देखा जा सकता है।
- अगर आपको इंटरनेट पर कुछ ढूंढना है तो यह कार्य भी मॉनिटर के माध्यम से ही किया जा सकता है।
- कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के लिए भी मॉनिटर पर ही लिखा हुआ कोड और आउटपुट देखा जा सकता है।
- किसी फोटो को देखने के लिए या फिर फिल्म को देखने के लिए मॉनिटर की आवश्यकता है।
मॉनिटर के प्रकार (Monitor Types)
मॉनिटर के अलग अलग प्रकार उसके आकार और फीचर्स के अनुसार है। हम एक एक करके मॉनिटर के प्रकार और उसके फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे।
- CRT मॉनिटर
बड़े आकार के इस मॉनिटर के अंदर कैथोड रे ट्यूब दी जाती है। इस कैथोड रे ट्यूब के माध्यम से इलेक्ट्रॉन बीम को कंप्यूटर स्क्रीन पर डालकर चित्र दिखाए जाते है।
CRT मॉनिटर का इस्तेमाल पुराने समय में ब्लैक एंड व्हाइट दिखाने में किया जाता था। कलर मॉनिटर में भी CRT आए थे लेकिन इलेक्ट्रॉन बीम के लगातार स्ट्राइक के कारण इसमें बहुत जल्द खराबी आती थी। इस प्रकार के मॉनिटर को चलाने में बहुत ज्यादा इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल होता है।
- LCD मॉनिटर
LCD मॉनिटर में आपको एक स्लिम साइज की स्क्रीन दिखाई देती है। इस प्रकार के मॉनिटर को लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले मॉनिटर कहा जाता है। इस प्रकार के मॉनिटर में पिक्सल पर लाइट गिरने से चित्र बनता है। LCD मॉनिटर को पहले समय में छोटे डिस्प्ले में और बाद में मॉनिटर स्क्रीन में इस्तेमाल किया गया था।
इस प्रकार के मॉनिटर का आकार छोटा होता है। LCD मॉनिटर का वजन भी कम होने के कारण इसे आसानीसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है।
- LED मॉनिटर
LED यह लाइट एमिटिंग डायोड है। इस प्रकार के मॉनिटर स्क्रीन पर बहुत सारे LED लाइट लगाकर उनके माध्यम से चित्र बनाए जाते है। CRT मॉनिटर में बहुत ज्यादा इलेक्ट्रिसिटी लगती थी मात्र LED मॉनिटर आने के बाद यह कम हुआ है।
अगर किसी जगह पर काले रंग को दिखाना है तो इस प्रकार के डिस्प्ले में उस पिक्सल के LED बंद करने से काले रंग को दिखाया जाता है। इससे ऊर्जा की बचत होना संभव है। इस प्रकार के मॉनिटर में अच्छी क्वालिटी मिलती है। LED मॉनिटर की लाइफ ज्यादा है और पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं है।
- प्लाज्मा डिस्प्ले मॉनिटर
इस प्रकार में कांच के फ्लैट पैनल के अंदर नियॉन और झेनॉन गैस के माध्यम से इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल करके चित्र बनाए जाते है। इसमें आपको बहुत ज्यादा पतली स्क्रीन के साथ कम वजन वाला डिस्प्ले मिल जाता है।
- TFT मॉनिटर
TFT यह थिन फिल्म ट्रांजिस्टर डिस्प्ले मॉनिटर है। इसमें आपको LCD स्क्रीन के मुकाबले ज्यादा बेहतर क्वालिटी मिलती है। पिक्चर क्वालिटी में यह डिस्प्ले सबसे अच्छा माना जाता है।
इन मुख्य प्रकार के साथ अब मार्केट में नई टेक्नोलोजी के साथ टच स्क्रीन मॉनिटर, OLED मॉनिटर भी आए है।
मॉनिटर की गुणविशेषताएं
- मॉनिटर के माध्यम से कंप्यूटर पर तस्वीरों के रूप में आउटपुट देखा जा सकता है।
- कैथोड रे ट्यूब से लेकर OLED डिस्प्ले तक सभी मॉनिटर का कार्य एक ही है। लेकिन इसमें टेक्नोलॉजी के अंदर हुए बदलाव को अच्छे से देखा जा सकता है।
- मॉनिटर का खर्चा आज के समय में कम हुआ है।
- मॉनिटर की कीमतें भी सबके बजेट में है।
- नई टेक्नोलोजी वाले मॉनिटर में आपको आवाज भी कम और गर्मी भी कम महसूस होगी।
- टेक्नोलोजी में हो रहे बदलाव के साथ पिक्चर क्वालिटी में भी बढ़त हो रही है।
निष्कर्ष
मॉनिटर के बारे में आज हमने सभी महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की है। अभी के समय में OLED मॉनिटर सबसे बेहतरीन मॉनिटर है। इसके साथ टच स्क्रीन क्षमता वाले मॉनिटर से आपको और भी ज्यादा फायदे होंगे। उम्मीद है Monitor Kya hai in Hindi लेख के माध्यम से आपको मॉनिटर क्या है, मॉनिटर का इतिहास, इस्तेमाल, प्रकार और गुणविशेषताएं समझ आई है।
FAQ
किसी भी डिस्प्ले या स्क्रीन को मॉनिटर क्यों कहा जाता है?
कंप्यूटर के ऊपर दिखाए जाने वाले जानकारी के निरीक्षण के लिए इस स्क्रीन या डिस्प्ले का इस्तेमाल होता है। निरीक्षण करने के लिए बनाए गए इस डिवाइस को मॉनिटर कहते है।
मॉनिटर के प्रकार कौनसे है?
मॉनिटर के LCD, LED, OLED, CRT और प्लाज्मा यह मुख्य प्रकार है।
मॉनिटर की खोज किसने की?
कार्ल फर्डिनंड ब्राउन इस साइंटिस्ट ने मॉनिटर की खोज की थी।
LED और LCD मॉनिटर में सबसे खास बात क्या है?
LED (लाइट एमिटिंग डायोड) मॉनिटर की बात करे तो यह लंबे समय तक चलने वाला मॉनिटर है। वही LCD (लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले) मॉनिटर कम कीमत में मिलते है।
Related Post