हाइब्रिड कंप्यूटर क्या है? Hybrid Computer in Hindi

Hybrid Computer in Hindi: कंप्युटर मे डिजिटल और एनालॉग कंप्युटर यह मुख्य प्रकार होते है लेकीन यह हायब्रीड कंप्युटर भी एक अलग प्रकार है। आज के इस लेख के माध्यम से हम हाइब्रिड कंप्यूटर क्या है, हाइब्रिड कंप्यूटर की विशेषताएं, हाइब्रिड कंप्यूटर के प्रकार, हाइब्रिड कंप्यूटर का इस्तेमाल, लाभ, हाइब्रिड – डिजिटल और एनालॉग कंप्यूटर में अंतर जानने का प्रयास करेंगे।

Hybrid Computer in Hindi हाइब्रिड कंप्यूटर क्या है?

Hybrid Computer in Hindi हाइब्रिड कंप्यूटर क्या है?

कंप्यूटर के दो अलग अलग प्रकार डिजिटल कंप्यूटर और एनालॉग कंप्यूटर है। इन दोनो में अलग अलग कार्य करने की क्षमता होती है। एक हायब्रीड कंप्युटर मे इन दो प्रकार के कंप्युटर की क्षमता को एकसाथ दिया जाता है।

डिजिटल कंप्यूटर में हमे सभी पार्ट्स के माध्यम से लॉजिकल क्रिया में सहायता मिलती है। इस कंप्यूटर को किसी कंट्रोलर सिस्टम जैसा इस्तेमाल किया जाता है। एनालॉग कंप्यूटर से अंक गणित क्रिया में सहायता मिलती है।

हाइब्रिड कंप्यूटर में डिजिटल कंप्यूटर से सिस्टम की लॉजिक को लिया गया है। एनालॉग कंप्यूटर सिस्टम से इस कंप्यूटर में प्रोसेसिंग को फास्टर बनाने के लिए इफेक्टिवनेस ली गई है।

हाइब्रिड कंप्यूटर की विशेषताएं

  • हाइब्रिड कंप्यूटर की माध्यम से किसी भी बड़ी प्रोसेस को जल्दी और एक्यूरेट लेवल तक किया जा सकता है।
  • अगर एनालॉग कंप्यूटर में कार्य करना है तो उसको जोड़ने के लिए बहुत सारे केबल्स की जरूरत होती थी। लेकिन हेब्रिड कंप्यूटर में यह सब सेटअप अंदर ही किया होता है। इसलिए ऑन द गो इस्तेमाल में यह कारगर साबित होता है।
  • कॉम्प्लेक्स प्रोसेस को आसान बनाना हाइब्रिड कंप्यूटर का कार्य है।
  • रियल टाइम में डेटा पर प्रोसेस करके आउटपुट देने में हाइब्रिड कंप्यूटर बहुत आगे है।
  • हाइब्रिड कंप्यूटर के माध्यम से आपको ग्राफ्स के साथ डिजिट्स में भी आउटपुट प्राप्त होता है।

हाइब्रिड कंप्यूटर के प्रकार

हाइब्रिड कंप्यूटर में भी कार्य के अनुसार अलग अलग प्रकार है –

  • जनरल पर्पज हाइब्रिड कंप्यूटर

नॉर्मली सभी जगह पर जनरल पर्पज हाइब्रिड कंप्यूटर ही इस्तेमाल किया जाता है। सभी हाय स्पीड कंप्यूटर जनरल पर्पज कंप्यूटर होते है। इसमें ज्यादा हाय लेवल पर स्पीड या फिर बाकी चीजे नही दी जाती।

  • लार्ज इलेक्ट्रॉनिक हाइब्रिड कंप्यूटर

यह हाइब्रिड कंप्यूटर को 1960 से इतिहास है। 1980 साल तक बहुत सारे ऑपरेटिंग एम्प्लीफायर की सहायता से बनाया जाता है। उस समय इस प्रकार के हाइब्रिड कंप्यूटर को बनाने का कारण बड़े बड़े डिफ्रांशियल इक्वेशन सुलझाना था। इसी कॉम्प्लेक्स कैपेबिलिटी से इस हाइब्रिड कंप्यूटर और बड़े मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होने के कारण लार्ज इलेक्ट्रॉनिक इसका नाम रखा गया था।

  • स्पेशल पर्पज हाइब्रिड कंप्यूटर

इस प्रकार के कंप्यूटर में कुछ स्पेशल कार्य करने के लिए स्पेशल प्रोग्राम को डाला जाता है। स्पेशल पर्पज हाइब्रिड कंप्यूटर में कार्य के अनुसार सिस्टम बनाया जाता है तो इसका स्पीड भी तेज होता है।

हाइब्रिड कंप्यूटर्स का इस्तेमाल

हायब्रिड कंप्यूटर को स्पेशल काम के लिए डिजाइन किया जाता है तो इसके इस्तेमाल की जगह भी कुछ खास होती है।

  • मेडिकल क्षेत्र में इस्तेमाल किए जाने वाला X Ray मशीन, इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम मशीन भी एक हाइब्रिड कंप्यूटर है। ECG मशीन में आपके हार्ट की गतिविधि को रिकॉर्ड किया जाता है। इसके लिए प्रोसेसिंग में हाइब्रिड कंप्यूटर सेटअप और अलग अलग सेंसर इनपुट डिवाइस की तरह दी जाती है।
  • मेडिकल सेक्टर में सभी मॉनिटरिंग मशीन में ह्याब्रिड कंप्यूटर ही इस्तेमाल होते है। डिजिटल ब्लड प्रेशर मशीन, SPO2 मशीन, ब्रिथिंग रेट मशीन में हाइब्रिड कंप्यूटर की सहायता होती है।
  • पेट्रोल पंप के ऊपर मीटर में हाइब्रिड कंप्यूटर सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें आपको फ्यूअल फ्लो के साथ कीमत और क्वांटिटी का संबंध बनाकर सामने दिखाया जाता है।
  • इंडस्ट्री में जाने पर जहा आपको प्रोसेस होकर डिजिटल यूनिट दिखाई देते है उन सभी जगहों पर हाइब्रिड कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है।

हायब्रिड कंप्यूटर के फायदे

  1. रियल टाइम पर किसी भी डेटा पर प्रोसेस करके रिजल्ट हाइब्रिड कंप्यूटर दे सकते है।
  2. हायब्रिड कंप्यूटर को प्रोसेसिंग स्पीड बहुत ज्यादा तेज होती है। तेजी के साथ इसमें आपको एक्सुरेसी भी दिखाई देगी।
  3. किसी भी जटिल कार्य को करने की क्षमता इस प्रकार के कंप्यूटर में होती है।
  4. मेडिकल क्षेत्र में हायब्रिड कंप्यूटर के आने से सभी टेस्ट और सुरक्षित और सटीक बन गए है।
  5. ICU वार्ड में पॉइंट्स से भी मिस्टेक किसी को जान से मार सकती है। ऐसे में हाइब्रिड कंप्यूटर ने प्रिसिजन का एक नया दौर शुरू किया है।

हायब्रिड कंप्यूटर के नुकसान

  • अधिक गति के साथ इतनी ज्यादा सटीकता के लिए हाइब्रिड कंप्यूटर को ज्यादा मात्रा में इलेक्ट्रिसिटी की जरूरत होती है। इसमें आपको ज्यादा नंबर में इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट दिखाई देते है।
  • हायब्रिड कंप्यूटर को किसी स्पेशल कार्य के लिए बनाया जाता है। इसलिए इसके निर्माण में बहुत ज्यादा खर्च होने के कारण कीमत भी बढ़ जाती है।
  • नॉर्मल कंप्यूटर के मुकाबले इस हाइब्रिड कंप्यूटर का सेटअप अलग प्रकार से होता है। इसके हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर नॉर्मल कंप्यूटर से अलग होने के कारण इसे ठीक करने में स्पेशलिस्ट की जरूरत होती है।

डिजिटल, एनालॉग और हाइब्रिड कंप्यूटर्स में अंतर

डिजिटल कंप्यूटरएनालॉग कंप्यूटरहाइब्रिड कंप्यूटर
डिजिटल कंप्यूटर में सिग्नल को 0 और 1 के रूप में लेकर उसके ऊपर कार्य किया जाता है।एनालॉग कंप्यूटर में लगातार मिल रहे सिग्नल को लेकर टास्क किए जाते है।हायब्रिड कंप्यूटर में दोनो प्रकार के सिग्नल पर कार्य किया जा सकता है। क्योंकि यह डिजिटल और एनालॉग कंप्यूटर का मिश्रण है।
प्रोसेस करने के लिए दिया गया डेटा टुकड़ों में हो सकता है।इसमें आपको टुकड़ों में बाते हुए डेटा पर प्रोसेस करने का पर्याय नहीं है।टुकड़ों में बटे गए डेटा पर भी कार्य किया जा सकता है।
इनपुट डिवाइस से मिल रहे डेटा को प्रोसेस करके डिजिटल फॉर्मेट में दिखाने का कार्य होता है।कॉम्प्लेक्स प्रकार के समीकरण सुलझाने में एनालॉग कंप्यूटर का इस्तेमाल होता है।हाइब्रिड कंप्यूटर में कॉम्प्लेक्स समीकरण सुलझाना एनालॉग कंप्यूटर की तरह आसान है।
डिजिटल कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस से दिया गया डेटा प्रोसेस होने तक स्टोर करने के लिए थोड़ी मेमरी दी जाती है।सामने आ रहे डेटा को लगातार मिल रहे सिग्नल से देने के कारण इसमें कोई मेमरी स्टोरेज नहीं होता है।इस प्रकार के कंप्यूटर में मेमरी देना आवश्यक है।

निष्कर्ष

हायब्रिड कंप्यूटर के कारण मेडिकल, रिसर्च, इंडस्ट्री के क्षेत्र में एक नई जान आ गई है। बहुत सारे कार्य सटीक और जल्दी से करने में यही हायब्रिड कंप्यूटर का अनमोल योगदान रहा है। आज के इस Hybrid Computer in Hindi लेख के माध्यम से हमने हायब्रिड कंप्यूटर क्या है से लेकर इसके प्रकार, विशेषताएं, फायदे और नुकसान के बारे में जाना है। इसी लेख के माध्यम से आपको कंप्यूटर के 3 प्रकार डिजिटल, एनालॉग और हाइब्रिड में क्या अंतर है यह जानकारी मिली होगी।

FAQs

हायब्रिड कंप्यूटर किस जगह पर इस्तेमाल किए जाते है?

हायब्रिड कंप्यूटर्स को मेडिकल, रिसर्च और इंडस्ट्री जैसे क्षेत्र में भारी मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है।

क्या हायब्रिड कंप्यूटर की स्पीड तेज होती है?

जी हां, हायब्रिड कंप्यूटर को तेज गति से कार्य करने के लिए ही बनाया गया है।

हायब्रिड कंप्यूटर की खोज किसने की थी?

पैकार्ड बेल नाम के साइंटिस्ट ने डेस्कटॉप हायब्रिड कंप्यूटर की खोज की थी। इस हाइब्रिड कंप्यूटर को The Hycomp 250 यह नाम दिया गया था।

क्या ECG (इलेक्ट्रोकार्डिओग्राम) मशीन भी कंप्यूटर है?

हां, मेडिकल में निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला हर एक मशीन कंप्यूटर ही है। इसमें से ECG मशीन एक हाइब्रिड कंप्यूटर है।

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