आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस क्या है? Artificial Intelligence in Hindi

Artificial Intelligence in Hindi: ChatGPT के आने के बाद सभी जबान पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस , ए आय यह शब्द सुनाई दे रहे है। यही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने सभी क्षेत्र में एक नई समझ बनाई रखी है। आज इसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के फायदे और नुकसान, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में करियर के बारे में जानेंगे।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस क्या है? Artificial Intelligence in Hindi

Artificial Intelligence in Hindi (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस क्या है?)

आर्टिफिशियल इंटेलिजंस यह एक प्रकार की टेक्नोलोजी है, जिसमें कंप्यूटर की सिस्टम को डेवलप करके उसके माध्यम से पुराने डेटा के आधार पर कुछ कार्य किए जाते है। यह सभी कार्य मनुष्य द्वारा पुराने डेटा पर मनुष्य के तरह ही किए जाते है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को कृत्रिम बुद्धिमत्ता इस नाम से पहचाना जाता है।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यह एक बड़ी संज्ञा है। इसको मशीन लर्निंग, डिप लर्निंग और नेचरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग जैसी टेक्नोलोजी को एकत्रित करके कहा जाता है। हर एक टेक्नोलॉजी का कार्य अलग है मात्र आर्टिफिशियल तरीके से एक इंटेलिजेंट सिस्टम की तरह कार्य करवाना ही इसका लक्ष्य है।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इतिहास (History of Artificial Intelligence)

गुगल से लेकर फ्रीलांसिंग तक आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल बड़ी मात्रा में हो रहा है। लेकिन इस टेक्नोलॉजी की शुरुआत अभी कुछ दिन पहले आई आप सबने सुनी हुई चैट जीपिटी नही है।

बहुत सालो पहले 1956 में जॉन मैकार्थी नाम के एक साइंटिस्ट ने आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स की खोज की थी। जॉन ने पुराने दिए हुए डेटा के आधार पर निर्णय लेने वाले एक सिस्टम को उस वक्त बनाया था।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल (Use of Artificial Intelligence)

  • आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग आपके सर्च रिजल्ट को और भी बेहतर बनाने में सहायता करता है। अभी आप जब भी शॉपिंग करते है तब आपको अच्छे से सजेशन देना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का कार्य है।
  • स्मार्टफोन में गुगल असिस्टेंट और आयफोन में सिरी यह दोनो पर्सनल असिस्टेंट आपके एक्सपीरियंस को और भी बेहतर बनाते है।
  • स्मार्ट होम बनाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होता है। स्मार्ट सिटी में ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने में, आपातकाल की स्थिति के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजिंस का उपयोग होता है।
  • सेल्फ ड्रायविंग कार सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही इस्तेमाल होता है।
  • आपके हेल्थ के बारे में पुराने एनालिसिस के अनुसार क्या हो सकता है यह बताने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होता है।
  • फेक न्यूज को डिटेक्ट करने के लिए AI का इस्तेमाल हो रहा है। इससे पब्लिक में गलत जानकारी जाने से रोका जा सकता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में करियर (Career in Artificial Intelligence)

करियर के लिए सभी लोग आईटी फिल्ड को अपना टारगेट मान रहे है। लेकिन अभी के समय में आईटी फिल्ड में भी अलग अलग सेक्टर बन गए है। इसमें से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र में आज करियर के राह खुल गए है।

बिग डेटा इंजीनियर :

बड़े बड़े डेटा सेट से कुछ निर्णय लेकर रिझल्ट दिखाने के लिए बड़े डेटा सेट पर काम करने के लिए बिग डेटा इंजीनियर की आवश्यकता होती है। बिग डेटा इंजीनियरिंग क्षेत्र में आपको शुरुआत से एक अच्छी सैलरी मिलती है।

आपको इस क्षेत्र में करियर के लिए स्पार्क, हडूप जैसे टेक्नोलोजी पर अभ्यास करना होगा। इसमें पायथन, आर और जावा प्रोग्रामिंग भाषाएं आपको आनी जरूरी है।

बिजनेस इंटेलिजेंस डेवलपर:

किसी भी बिजनेस को बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता लेना आवश्यक हैं चुका है। इसी कार्य को करने वाले डेवलपर को बिजनेस इंटेलिजेंस डेवलपर के नाम से जाना जाता है। इस डेवलपर का कार्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से कंपनी प्रोफाइल ऑप्टिमाईज करने के बाद बिजनेस ग्रोथ करना है।

डेटा साइंटिस्ट:

डेटा साइंटिस्ट का कार्य इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और भी ज्यादा बेहतर बनाना है। डेटा साइंटिस्ट अलग अलग जगह से डेटा जमा करके उसके ऊपर प्रोसेस करते है। इस एनालिसिस से आपके बिजनेस में जहा पर कमी है उसे ढूंढा जा सकता है। इस कार्य के बाद कुछ पैटर्न से आगे होने वाले भविष्य को पुराने डेटा के आधार पर बताया जा सकता है।

इसी के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र में मशीन लर्निंग इंजीनियर, रिसर्च साइंटिस्ट, AI डेटा एनालिस्ट, AI इंजीनियर, रोबोटिक्स साइंटिस्ट, NLP इंजीनियर जैसे अनेक करियर के पर्याय आपके लिए उपलब्ध है। एमेजॉन, गुगल से लेकर छोटे बड़े स्टार्टअप तक आपको इस क्षेत्र में करियर ऑप्शन मिल जायेंगे।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे (Benefits of Artificial Intelligence)

  • आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के माध्यम से किसी भी एक जैसे और बार बार होने वाले कार्य को सटीक रूप से किया जा सकता है। इसके उदाहरण में डिजिटल डिवाइस का निर्माण, कार मैन्युफैक्चरिंग शामिल है।
  • आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से कार्य में लगने वाला बल कम हुआ है। इससे सटीकता तो बड़ी और कार्य की गति भी बढ़ी है।
  • आपके ब्राउजिंग एक्सपीरियंस को सुधारने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ही कार्य में आता है।
  • पुराने डेटा के अनुसार आगे होने वाली घटना को प्रेडिक्ट करने में आसानी होती है।
  • आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के माध्यम से बहुत सारे टूल्स मार्केट में आए है। इन टूल्स की सहायता से फोटो जनरेट करना, फोटो एडिट करना, लंबे लंबे टेक्स्ट लिखना, विडियो को एडिट करना, कोड लिखना जैसे बहुत सारे कार्य आसनीसे हो रहे है।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के नुकसान (Disadvantages of Artificial Intelligence)

  • आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से कार्य में मनुष्य बल की जरूरत कम हुई है। इससे ऑटोमेशन तो बढ़ा है लेकिन लोगो की जॉब्स जाने की संभावना अधिक है।
  • पुराना डेटा अगर गलत है तो इसका रिजल्ट भी गलत होने वाला है।
  • अगर मनुष्य द्वारा दिया जाने वाला डेटा उपलब्ध ही नहीं है तो ऐसे स्तर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काम नहीं कर सकता। काम करता भी है तो वह सटीक नहीं होगा।
  • दिया गया रिझल्ट कैसे आया इसके बारे में ज्यादातर जानकारी नहीं मिल पाती। इससे रिजल्ट सही है या गलत, इसपे ट्रस्ट कर पाना मुश्किल है।

निष्कर्ष

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के आने से सभी कार्य सुलभ और तेज हुए है। लेकिन इसी के साथ अब सब जगह ऑटोमेशन होकर जॉब जाने की संभावना बढ़ रही है। लेकिन हमे अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और भी बेहतर बनाना है तो उसके लिए कार्य करने की जरूरत है। इस क्षेत्र में जॉब्स की नई राहें खुल रही है। उम्मीद है आपको Artificial Intelligence in Hindi के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, AI की खोज किसने की थी, AI का इस्तेमाल, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में करियर के पर्याय और फायदे नुकसान समझ आए है।

FAQs

AI क्या है?

AI का फूल फॉर्म है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एक टेक्नोलोजी है जिसके माध्यम से एक सिस्टम को ट्रेनिंग देकर उसके माध्यम से मनुष्य की तरह इंटेलिजेंट कार्य करवाए जाते है।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से मनुष्य की जगह लेगा क्या?

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से मनुष्य का कार्य तो आसान हो रहा है लेकिन इससे जॉब्स भी जा रहे है। इससे लोगों में एक डर है की हमारी जॉब्स चली जायेगी, लेकिन ऐसा नहीं है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से मनुष्य बल कम जरूर लगेगा लेकिन मनुष्य की जगह पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ले लेगा यह गलत है।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर निर्धारित ChatGPT टूल किसने बनाया है?

OpenAI नाम की कंपनी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बना ChatGPT टूल बनाया है।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की खोज किसने की थी?

जॉन मैकार्थ ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की खोज की थी।

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