Application Software in Hindi: कंप्यूटर का इस्तेमाल हर एक ऑफिस के कार्य में हो रहा है। कंप्यूटर इनपुट और आउटपुट डिवाइस के बारे में तो हमे पता है लेकिन इसी के साथ इसको कोई इनपुट लेकर आउटपुट देने के लिए कुछ प्रोग्राम लिखे जाते है। इन सभी प्रोग्राम के सेट को एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहा जाता है। चलिए आज के इस लेख के माध्यम से एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या है, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कार्य, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के प्रकार, उदाहरण और फायदे नुकसान के बारे में जानेंगे।
Application Software in Hindi (एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या है?)
किसी भी कंप्यूटर सिस्टम में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर 2 हिस्से होते है। आपके सामने जो डिवाइस दिखाई देते है उन्हें हार्डवेयर कहा जाता है। इन सभी हार्डवेयर को किसी क्षमता के लायक बनाने में सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल होता है। सॉफ्टवेयर के भी सिस्टम और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर यह प्रकार है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को किसी स्पेशल कार्य को करने के लिए बनाया जाता है। सिस्टम सॉफ्टवेयर की मदत से सिस्टम चलाने में सहायता होती है तो एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर से किसी कार्य को करने में आसानी होती है। इसके उदाहरण देखे तो अपने कंप्यूटर पर चलने वाले माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के सभी एप्लीकेशन, सभी ब्राउजर, गेम्स यह सभी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कार्य
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को बनाते समय किसी कार्य को लेकर ही बनाया जाता है।
- किसी जानकारी को मैनेज करने के लिए एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर बनाए जाते है।
- माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस जैसे डॉक्यूमेंट के साथ कार्य करने वाले एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है।
- व्हिडिओ देखने के लिए और एडिटिंग के लिए एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर है।
- ऑफिस के कार्य जैसे कि ईमेल, टेक्स्ट मैसेजिंग, ऑडियो व्हिडिओ कॉल करने के लिए इस्तेमाल किए जाते है।
- उपलब्ध रिसोर्सेस को मैनेज करना भी ERP और CRM जैसे सॉफ्टवेयर का कार्य है।
- प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के लिए एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर बनाए हुए है।
- शिक्षा के क्षेत्र में भी LMS सॉफ्टवेयर के माध्यम से ई लर्निंग सिस्टम बनाए गए है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के प्रकार
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कार्य करने की क्षमता और उपलब्धता अनुसार अलग अलग प्रकार में बांटे गए है।
- फ्रीवेयर सॉफ्टवेयर
इस प्रकार के सॉफ्टवेयर सभी फ्री में मौजूद है। हम इंटरनेट के माध्यम से इन्हें फ्री में डाउनलोड कर सकते है। गुगल क्रोम ब्राउजर, मोज़िला फायरफॉक्स ब्राउजर इसके उदाहरण है।
- शेयरवेयर सॉफ्टवेयर
फ्री में ट्रायल होने के बाद इस प्रकार के सॉफ्टवेयर में आपको इस्तेमाल के लिए पे करना आवश्यक है। इस प्रकार के एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर मार्केट में भारी मात्रा में मौजूद है।
- ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर
एप्लीकेशन के सोर्स कोड के साथ मिलने वाले सॉफ्टवेयर को ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर कहते है। वर्ल्डप्रेस और मूडल जैसे प्लेटफार्म फ्री है और ओपन सोर्स भी है।
- वेब ब्राउजर सॉफ्टवेयर
कंप्यूटर पर इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए वेब ब्राउजर इस्तेमाल किए जाते है। गुगल का क्रोम और माइक्रोसॉफ्ट का फायरफॉक्स वेब ब्राउजर है।
- मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर
मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर में फोटो, व्हिडिओ देखने के लिए इस्तेमाल किए जाते है। एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में मल्टीमीडिया पर कार्य करने वाले सॉफ्टवेयर को मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर कहते है।
- सिम्युलेशन सॉफ्टवेयर
सीम्यूलेशन सॉफ्टवेयर में किसी भी प्रोडक्ट को 3D में देखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके माध्यम से किसी प्रोडक्ट को सिम्युलेट किया जा सकता है।
- ग्राफिक सॉफ्टवेयर
ग्राफिक एलिमेंट्स को बनाने के लिए ग्राफिक सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किए जाते है। कंप्यूटर में ही नहीं बल्कि मोबाइल में भी ग्राफिक सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किए जाते है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के उदाहरण
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में अलग अलग सेक्टर में मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर दिए जाते है।
- किसी होटल के मैनेजमेंट के लिए सिस्टम बनाए जाते है। इन सॉफ्टवेयर के माध्यम से होटल के एडमिनिस्ट्रेशन, बिलिंग, अकाउंटिंग, मार्केटिंग के बारे में सभी चीजे मैनेज की जा सकती है।
- पेमेंट मैनेजमेंट के लिए पेरोल मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर बनाए गए है। सभी कंपनी में एम्प्लॉई पेमेंट मैनेज करने के लिए और उनके सभी फाइनेंस मैनेज करने में पेमेंट मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किए जाते है।
- ऑनलाइन स्ट्रीमिंग सॉफ्टवेयर के माध्यम से लर्निंग और ऑफिस कार्य में अच्छे बदलाव आए है। ऐसे सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन मीटिंग लेकर जानकारी पहुंचाना आसान हुआ है।
- किसी कस्टमर के साथ रिलेशनशिप कैसा है और उसको और अच्छा बनाने के लिए क्या किया जा सकता है इसके लिए CRM सॉफ्टवेयर दिए गए है।
- कंपनी के अंदर मौजूदा रिसोर्स के प्लानिंग के लिए ERP सिस्टम डिजाइन किए है।
इसी के साथ और भी जगहों पर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया जाता है। इसमें हर दिन किसी कार्य को और बेहतर और आसान बनाने में नए एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर आते रहते है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के फायदे
- किसी भी एक कार्य को पूरा करने के लिए एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर बनाए गए है। एक ही कार्य के लिए सोचकर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर बनाया जाने के कारण इसकी स्पीड भी अधिक है।
- एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में अलग यूजर के लिए अलग अलग एक्सेस दिए जाते है। सिक्यूरिटी में एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर अधिक सिक्योर है।
- स्पेशल कार्य में लग रहे समय को एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर से आसान बनाया जाता है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के नुकसान
- किसी स्पेशल कार्य के लिए एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर बनाए जाते है। इसके कारण किसी स्पेशल कार्य के लिए स्पेशल प्रोग्राम करने में अधिक खर्चा आता है।
- एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को खुद के लिए स्पेशल बनवाना पैसों के मामले में सही नहीं है।
- एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के साथ इंटरनेट जुड़ा होने के कारण वायरस और स्पेमिंग का खतरा बना रहता है।
निष्कर्ष
हर दिन अपने स्मार्टफोन के साथ कंप्यूटर पर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करते है। लेकिन इन सॉफ्टवेयर को एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर ही बोलते है यह पता ही नहीं होता है। उम्मीद है आपको Application Software in Hindi लेख के माध्यम से एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के बारे में सभी जानकारी प्राप्त हुई है।
FAQs
App और Application में क्या अंतर है?
App और application एक ही है। अगर हम मोबाइल में इस्तेमाल करते है तो उसे App और कंप्यूटर पर है तो उसे Application कहते है।
ओपन सोर्स एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या है?
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में अगर आपको उस सॉफ्टवेयर का फ्री में कोड भी मिलता है तो उसे ओपन सोर्स एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहा जाता है।
एप्लीकेशन और सिस्टम सॉफ्टवेयर में क्या अंतर है?
सिस्टम के साथ कार्य करने वाले मशीन लेवल में लिखे गए सॉफ्टवेयर को सिस्टम सॉफ्टवेयर कहते है। एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को हायर लेवल लैंग्वेज में प्रोग्राम लिखकर किसी चुनिंदा कार्य के लिए बनाया जाता है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कौनसे है?
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में सभी ब्राउजर, एडिटिंग सॉफ्टवेयर, ग्राफिक सॉफ्टवेयर, प्रोग्रामिंग टूल्स, ऑफिस सॉफ्टवेयर, आदि. आते है। ऑपरेटिंग सिस्टम और उसके साथ जुड़े कुछ सिस्टम सॉफ्टवेयर छोड़कर सभी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है।
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